नई दिल्ली । प्रशांत भूषण के खिलाफ अवमानना मामले में सोमवार को शीर्ष न्यायालाय अपना फैसला सुनाएगी। इससे पहले, मंगलवार को प्रशांत भूषण की सज़ा पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला…
कदम्बिनी और नंदन जैसी भारत की प्रतिष्ठित पत्रिका का बंद होना हिन्दी साहित्य जगत के लिये एक चिंतन और चिंता का विषय है। ये केवल आम पत्रिका का नहीं बल्कि…
कोरबा । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा कल देर शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देश के बाद आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरबा…
कहते हैं कि किसी-किसी का नाम ही काफी होता है परिचय बताने के लिए। ऐसे ही पत्रकारिता जगत में जाना पहचाना चिर-परिचित नाम था शशिकांत शर्मा। अपना अनुभव बताने में…
सुदर्शन टीवी चैनल पर एक प्रोग्राम चलाया जा रहा था जो जामेमिलिया इसलामिया के छात्रों को संघ लोक सेवा आयोग के परीक्षा में चुने जाने पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा…
हिन्दी पत्रिकाएँ सामाजिक व्यवस्था के लिए चतुर्थ स्तम्भ का कार्य करती है और अपनी बात को मनवाने के लिए एवं अपने पक्ष में साफ-सुथरा वातावरणतैयार करने में सदैव अमोघ अस्त्र…
तुम्हारा इजहार था ,मेरा इंकार ।क्यूंकर ना होता …..मैं सुंदर ,सुकोमल ललना ,तुम आवारा मधुकर से ।कहते तो थे सच्चा प्यार पर ,बँधे तुम देह के आकर्षण से । तभी…
बहुत ही दुःखद कादम्बिनी है,और नंदन जैसी उच्चस्तरीय पत्रिका का बन्द होना । इस खबर को सुनकर ,पढ़कर मुझे ऐसा लगा जैसे कि मेरे अभिभावक मुझसे सदा सदा के लिए…
रामानंद दोषी के बाद प्रधान संपादक रहे राजेन्द्र अवस्थी ने कादम्बिनी को न सिर्फ लोकप्रिय पत्रिका बनाया, अपितु राष्ट्रभाषा के उन्नयन में सर्वाधिक योगदान देने वाला भी सिद्ध किया। इसके…