देव गजानन
मूषक वाहन ।
मोदक भाये
जाम मिठाये ।।
सब नर नारी
तोर पुजारी ।
तोला मनाथें
गुन ला गाथें ।।
गणपति देवा
चढ़थे मेवा ।
शिव के लाला
फरसा वाला ।।
गौरी नंदन
हे जग वंदन ।
तिहीं विनायक
शुभ फल दायक ।।
तै सुर नायक
मंगल दायक ।
एक दंत तै
दयावंत तै ।।
पेट ह भारी
तै उपकारी ।
पहली वंदन
गिरिजा नंदन ।।
सुनले अरजी
दे शुभ वर जी ।
बिपत हरोइया
सुख भरोइया ।।
पुरूषोत्तम ठेठवार
छंद साधक
धरमजयगढ
जिला – रायगढ
छत्तीसगढ