कोरबा । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा कल देर शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देश के बाद आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरबा तहसील के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में अतिवृष्टि से हुई क्षति का जायजा लिया। श्रीमती कौशल आज कोरबा तहसील के पसरखेत, कुदमुरा, बासिन गांवो सहित मांड नदी के जलभराव वाले क्षेत्रों में बारिश से प्रभावित हुए खेतों तक गईं और फसल क्षति का मुआयना किया। इस दौरान एसडीएम, तहसीलदार सहित इलाके के पटवारी और राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। कलेक्टर ने जिले में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के कारण शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों मे होने वाले नुकसान पर नजर रखने के निर्देश अधिकारियों को पहले ही दे दिए थे। कलेक्टर ने आज कुदमुरा-श्यांग मार्ग पर मांड नदी के जलस्तर की वर्तमान स्थिति का अवलोकन किया और पिछले दिनों नदी का पानी बढ़ने से नदी किनारे के खेतों में हुई फसल क्षति का भी जायजा लिया। श्रीमती कौशल ने इस दौरान उपस्थित ग्रामीणों से भारी बारिश के कारण हुए नुकसान की जानकारी ली और उन्हें शासन की तरफ से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
श्रीमती कौशल ने बारिश के कारण हुई फसल क्षति, मकान ढह जाने से हुए नुकसान, पशु हानि से लेकर जनहानि तक का ग्रामवार सर्वे कर दो दिनों मे रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होने क्षति का पूरा आंकलन कर प्रभावितों को तात्कालिक सहायता देने के लिए राजस्व पुस्तिका प्रपत्र 6-4 के प्रावधानों अनुसार मुआवजा प्रकरण भी तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने मांड नदी के किनारे बसे गांवो में भारी बारिश के कारण मकान क्षति, पशु क्षति, सार्वजनिक शासकीय भवनों की क्षति आदि का भी सर्वे करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों के साथ कोरकोमा नाले के जर्जर पुल का भी निरीक्षण किया। उन्होने पुल की स्थिति को देखते हुए भारी वाहनों का पुल पर से आवागमन प्रतिबंधित करने के निर्देश अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को दिए।