कर्नाटक के मंदिरों में गांजे का प्रसाद
कर्नाटक में चंदन की लकड़ी ड्रग्स रैकेट के परिणामस्वरूप पुलिस ने ड्रग्स के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। की खेती के साथ ही ड्रग्स बेचने वालों के खिलाफ ऐक्शन…
3 बार नेशनल अवार्ड जीत चुकीं एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी अस्पताल में भर्ती, आर्थिक मदद की जरूरत
मुंबई. पहले टीवी और फिर बॉलीवुड फिल्मों में अपनी शानदार एक्टिंग का लोहा मनवा चुकीं एक्ट्रेस सुरेखा सीकरी (Surekha Sikri) ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) का शिकार हो गई हैं. उनकी…
गुजरात में बनेगी अब गधों की डेयरी, 7 हजार रुपये में मिलेगा एक लीटर गधी का दूध
गुजरात में एक ऐसी डेयरी बनने जा रही है जहां गधी का दूध मिला करेगा। इसकी कीमत सुनकर होश उड़ जाएंगे, एक लीटर गधी का दूध सात हजार रुपये तक…
बढ़ती बेरोजगारी देश के लिए घातक
बेरोजगारी लगभग पूरी दुनिया में एक गंभीर सामाजिक और आर्थिक चिंता है। यह कई सामाजिक बीमारियों को जन्म देता है। भारत में कोविड-19 के मामले 43 लाख के क़रीब होने…
अधिक मूल्य पर सब्जी बेचने वाले पर जुर्माना
जगदलपुर । कलेक्टर रजत बसंल के निर्देशानुसार नगर पालिका निगम एवं खाद्य विभाग द्वारा निर्धारित दर से अधिक की दर पर सब्जी बेचने वाले सब्जी विक्रेताओं के विरूद्ध लगातार कार्रवाई…
रात 8.40 तक 1883 पॉजिटिव, सर्वाधिक रायपुर जिले से 549- कोरबा 46- बिलासपुर 242
रायपुर । प्रदेश में आज रात 8.40 बजे तक 1883 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं इनमें सर्वाधिक 549 अकेले रायपुर जिले में हैं। केंद्र सरकार के संगठन आईसीएमआर के आंकड़ों के…
शिक्षक दिवस हम सभी टीचर्स के लिए गौरव का दिन: विभा झा- केएच ग्रूप ऑफ स्कूल्स ने सादगीपूर्ण ढंग से मनाया शिक्षक दिवस- दो टीचर्स की भावभीनी बधाई
भिलाई नगर. पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर केएच ग्रुप ऑफ स्कूल्स ने सादगी एवं गरिमामय तरीके से शिक्षक दिवस मनाया. प्रिंसिपल मैडम विभा झा, डायरेक्टर निश्चय झा…
✍️✍️✍️मैं बनू नदियों सी…
हौसले हैं बहुं नदियों सी,पर ये क्या मुसीबतें कमज़ोर कर देती हैं,कभी धूप की निर्लज्जता तो कभी चट्टानों से हालात,कभी अपशब्द खरपतवार रुपी,कभी अभद्र मानवीय बरसात,कैसे बहुं नदियों सी,कैसे बनूं…
घनश्याम तिवारी की एक कविता
क ख ग सिखाकर ,आपनेबना दिया साक्षर ,हमें भीअँगूठा छाप से …… ।सरक गया ऊपर ,एक अंक और ,देश में साक्षरता का सरकारी आँकडा़ …. ।लंबे – चौडे़ भाषण हुएँ…
चित्र चिंतन कविता
ठहर जरा,मत हिल तू ऐसे,क्या देखे है इधर उधर?जल्दी से सुन्दर सी बन जा,ले चलूंगा फिर तुझे शहर ।। प्यारी सी तू मेरी गुड़िया,आजा बना दूं तेरी चुटिया।लगा दूं फिर…