कोरबा/ कटघोरा/ आयुष विभाग अंतर्गत देश का प्रकृति परीक्षण अभियान के तहत जेबीडी महाविद्यालय कटघोरा में जिला आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारीयों द्वारा प्रकृति परीक्षण किया गया। आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बनाए गए प्रकृति परीक्षण एप्लीकेशन के संचालन एवं इसके लाभ के बारे में बताकर जागरूक किया गया। परीक्षण द्वारा कैसे हम अपनी स्वयं की प्रकृति वात फ्ति या कफ त्रिदोष हैं को जाने और उसके अनुसार दिनचर्या, ॠतुचर्चा, आहार -विहार संतुलित जीवन शैली अपना कर निरोगी व आयु लंबी कर सकते हैं और भारत को स्वस्थ और सशक्त बनाने में संकल्प के साथ स्वस्थ्य के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने में अपना योगदान दे सकते हैं। 18 से 70 वर्ष तक के अधिक से अधिक लोगों को प्रकृति परीक्षण कराने की अपील की गई। आयुष विभाग ब्लॉक कटघोरा के चिकित्सकों के दल डॉ.नेहा मिंज,डॉ.श्वेता एक्का,डॉ. पुष्पलता भगत,डॉ.सीमा पाटले द्वारा प्रकृति परीक्षण किया गया।