
तिल्दा / नेवरा / कोरोना एक ऐसे वैश्विक महामारी है जिन्होंने पूरी दुनिया मे हाहाकार मचा के रखा हुवा है लाखो लोग अकाल ही काल के गाल में समा चुके है, इसका कोई निश्चित इलाज की दवाई न निकल पाने के कारण लगातार संक्रमण बढ़ ही रहा है आज जहां सरकारी अस्पताल हो चाहे निजी कहि भी जगह नही ऑक्सीजन की कमी दवाइयों को लेकर दिक्कत है, ज्यादातर जिम्मेदार नेता अधिकारी जनप्रतिनिधियों द्वारा खुद को बचाने की होड़ है, जो लोग खुद को जनता का हमदर्द समाजसेवी युवा दिलों की धड़कन बताकर निजी स्वार्थ के लिए राजनीति करते है सभी लोग विषम परिस्थिति व जरूरत के समय गायब है अथवा घर मे अपनी जीवन की रक्षा में लगे है, ऐसे कठिन समय मे भी तिल्दा नेवरा के समीपस्थ के गौरव ग्राम-तुलसी के युवा समाजसेवी संदीप वर्मा तिल्दा के ही 30 युवा कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ उत्थान समिति को लेकर समाजसेवा जइसे उत्कृष्ट शब्द को चरितार्थ कर रहे है विदित हो कि संदीप वर्मा ने व्यक्तिगत अपने गांव के आसपास कोरोना से खत्म होने वाले चार पार्थिव शरीर को दाह संस्कार करने में मदद, खुद गौरव ग्राम तुलसी के एक युवा के शरीर को दाह संस्कार में सहयोग किये बोईरझिटी ध्रुव परिवार, अल्दा में वर्मा के सदस्यों को शव ले जाने के लिये वहां नही मिल रहा था उसको वाहन की व्यवस्था करके उनके गृह ग्राम शव को मुक्तिधाम छोडवाया तिल्दा नेवरा के वार्ड क्रमांक 11 के श्रीमती कल्याणी साहू जी 56 वर्ष जो कोरोना से पीड़ित थी और ऑक्सीजन लेवल 80 हो चुका था उनको तत्काल में समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बेड न होते हुवे भी अस्थायी इलाज चलू करवाकर ऑक्सीजन व्यवस्था करके बाद में बेड खाली होने पर उनका इलाज अभी जारी व वह खतरे से बाहर है ऐसे कई उदाहरण उनके सेवा कार्य का है।
छत्तीसगढ़ उत्थान समिति के 30 कार्यकर्ता तीन शिफ्ट में दीनदयाल चौक नेवरा तिल्दा में लगातार 18 वा दिन लोगो को कोरोना से सावधान रहकर समाजिक दूरी मास्क पहनने व्यर्थ में घर से बाहर न निकलने के लिए जागरूक कर रहे है शासकीय अस्पताल प्रमुख अस्पताल थाना,शासकीय राशन दुकानों मेडिकल स्टोर्स में सामाजिक दूरी के पालन के लिए 5 रात तक बिरला वाइट से गोला बनाया गया, पिछले लॉकडाउन में भी अति आवश्यक सामाग्री की निःशुल्क घर पहुच सेवा व निःशुल्क मास्क सेनेटाइजर रोधप्रतिरोधक छमता बढ़ाने वाला दिव्य काढ़ा विरतण अनेक सेवा कार्य लगातार जारी है ऐसे निःस्वार्थ समाजसेवियों संगठनों के कारण ही कुछ व्यवस्थाये व मानवता बची हुई है, शासन प्रशासन को चाहिए कि ऐसे लोगो को प्रोत्साहित कर आगे बढ़ने में मदद करे।