
रायपुर/ महादेव ऐप सट्टेबाजी चलाने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को श्रीलंका में गिरफ्तार करने की चर्चा है। इसकी कोई पुष्टि नहीं हो पाई है कि अगर इनकी गिरफ़्तारी हुई है तो किस एजेंसी ने गिरफ्तार किया है।
दूसरी तरफ ईडी की जांच के दौरान महादेव सट्टेबाजी ऐप में छत्तीसगढ़ के कई अधिकारियों की सट्टेबाजों के साथ एक अलग तरह की भागीदारी सामने आई है।
जानकार सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस के कई अधिकारी महादेव ऐप के मामलों में सट्टे में इस्तेमाल किये जा रहे बैंक खातों को पहले फ्रीज़ करवा देते थे और उसके बाद रिश्वत लेकर उन्हें खुलवा देते थे। ऐसा पता लगा है कि इस तरह के बहुत से खातों की जानकारी ईडी के हाथ लगी है और इंस्पेक्टर स्तर के भी कई अधिकारियों के बयान लिए जा रहे हैं। इनमें छत्तीसगढ़ पुलिस के साइबर सेल के एक अफ़सर को भी बिठाया गया है।
पुलिस के कई लोगों ने सट्टेबाज़ से अपने रिश्तेदारों के बैंक खातों में भी रिश्वत ले ली थी, और अब वह बड़ा सुबूत बन गई है।
यह भी पता लगा है कि पुलिस विभाग के सामान्य कामकाज से कई छोटे अधिकारी भी परहेज करने लगे थे कि वह अभी सट्टेबाजी की जांच में लगे हैं। सट्टे के धंधे से पैसा कमाने वाले पुलिस अधिकारियों की संख्या बहुत बड़ी है इसमें बहुत छोटे अधिकारियों से लेकर बहुत बड़े अफसर तक शामिल हैं। ईडी ने अदालत में पेश कागजात में इसकी कुछ जानकारी दी है, लेकिन अभी नाम नहीं बतलाए हैं। ऐसा पता लगा है कि ईडी ने थाना स्तर के अफसरों से लेकर ऊपर तक की जानकारी जुटा ली है और आज भी पुलिस के कुछ छोटे अफसरों को बिठाकर रखा गया है, उनके बयान लिए जा रहे हैं।
दूसरी तरफ यह भी पता लगा है की महादेव ऐप सट्टेबाजी चलाने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को श्रीलंका में गिरफ्तार करने की चर्चा है इसकी कोई पुष्टि नहीं हो पाई है कि किस एजेंसी ने इनको गिरफ्तार किया है ।

