कोरबा/ रजगामार चौकी क्षेत्र अंतर्गत गेरवानी गांव में रहने वाले एक 13 वर्षीय बालक की संदीग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक का नाम समीर मंझवार था और कक्षा छठवीं का छात्र था मृतक छात्र समीर अपनी मां के साथ गांव के ही पहाड़ के उपर लगे नवरात्र का मेला देखने के लिए गया हुआ था। रात करीब नौ बजे वह लौटा और सो गया सुबह मुह से झाग और बेहोशी की हालत में मिला। जहां,अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
गेरवानी निवासी घुरसिह मंझवार खेती किसानी का काम करता है वही खाली समय मे मजदूरी करता है उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं। अष्टमी की रात उसका बड़ा बेटा समीर और उसकी मां गांव के पास ही पहाड़ा वाली मां के दरबार में नवरात्र देखने गए हुए थे जहां प्रसाद और खिचड़ी का भोग ग्रहण करने के बाद देर रात घर वापस लौटे दोनों बिना खाना खा ही सो गए जब शुक्रवार की सुबह काफी समय बीत जाने के बाद समीर बिस्तर से नहीं उठा इस दौरान उसकी मां उसे उठाने के लिए गई तो बेहोशी की हालत में पड़ा मिला और उसके मुंह से झाग निकल रहा था इसकी सूचना उसने अपने परिजनों और आसपास को दी जहां मौके पर पहुंच तत्काल उसे जिला मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
मृतक छात्र के पिता ने बताया कि वह गांव के पास ही अपनी जमीन पर मूंगफली का खेती कर रहा है जहां जंगली जानवरों से बचने के लिए रखवाली के लिए गया हुआ था उसकी पत्नी ने फोन कर उसे घटनाक्रम की जानकारी दी जब मौके पर पहुंचा तो उसकी बेटे की मौत हो चुकी थी। मृतक छात्र कक्षा छठवीं का छात्र था और पढ़ने लिखने में काफी होनहार था गांव के पास स्थित माध्यमिक शाला में पढ़ाई करता था जहां इस घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दिलीप झा ने बताया कि जिला मेडिकल कॉलेज से मिले मेमो के आधार पर छात्र के परिजनों का बयान दर्ज किया गया है वही पंचनामा कार्यवाही कर पोस्टमार्टम कराया गया है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का वास्तविक कारण पता चल सकेगा।