फरसगांव/ मत्स्य, राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने प्रतिबंधित थाई मांगूर मछली के अवैध परिवहन पर बड़ी कार्रवाई करते मछली को जमीन में गड्ढा खोदकर नष्ट किया। प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली 3 टन बताई जा रही है और उसकी कीमत लगभग 5 लाख रूपये है।
नेशनल हाईवे-30 पर फरसगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत सारबेड़ा के समीप मछली से भरी ट्रक क्रमांक एपी 09 टीए 3754 खराब हो गई थी, जिसे दूसरे वाहन क्रमांक एपी 39 यूके 6577 में लोड करते वक्त मुखबिर ने विभाग को सूचना दी। मत्स्य, राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम के द्वारा मौके पर पहुंचकर जांच में पाया गया कि प्रतिबंधित थाई मांगूर मछली का परिवहन किया जा रहा था।
विभाग के द्वारा पूछताछ करने पर पता चला कि प्रतिबंधित थाई मांगूर मछली का आंध्रप्रदेश (काकीनाडा) से उत्तरप्रदेश ले जाई जा रही थी। मत्स्य, राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम के द्वारा ट्रक में रखी प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली को गड्ढा खोदकर नष्ट किया गया।
सहायक मत्स्य अधिकारी मीनाक्षी मरकाम से मिली जानकारी के अनुसार सम्पूर्ण भारत में वर्ष 2000 से थाई मांगूर मछली का उत्पादन और परिवहन पर बैन है। प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली 3 टन बताई जा रही है और उसकी कीमत लगभग 5 लाख रूपये है। हाइब्रिड मांगूर मांसाहारी होती है, जिस भी जगह इस मछली का पालन करते हैं, यदि कोई भी जीव उस तालाब में चला गया उसे भी हाइब्रिड मांगूर खा जाती है।