रायपुर/अभनपुर । ज़िले में 30 सितंबर तक चलने वाले राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत विकासखंड अभनपुर के सेक्टर केंद्री की समस्त पंचायत में नियमित रूप से पोषण वारियर्स के माध्यम से गर्भवती, शिशुवती माताओं और बच्चों को गृह भेंट कर पोषण संबंधी जानकारियां दी जा रहीं हैं ।पोषण माह में विशेष रुप से 11 से 18 वर्ष के किशोरियों को माहवारी के दिनों में स्वच्छता बनाए रखने के सही तरीके सिखाए जा रहे हैं । विकासखण्ड अभनपुर में राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन सीडीपीओ जागेश्वर साहू के मार्गदर्शन में किया गया ।
केंद्री की सुपरवाइजर श्रीमती खेमेश्वरी वर्मा ने बताया राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत केंद्री सेक्टर की 6 पंचायतों केंद्री, झांकी, बकतरा, भेलवाड़ीह बेंद्री और पचेड़ा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा नियमित रूप से गृह भेंट, पोषण थाली निर्माण प्रदर्शनी, रंगोली, नारा लेखन और पोषक खाद्य पदार्थ के चित्रों के माध्यम से समाज को पोषण की महत्वता के बारे में जागरूक कर ‘’सही पोषण देश रोशन’’ का संदेश भी दिया जा रहा है । गृहभेंट के दौरान रेडी-टू-ईट फूड का वितरण भी किया जा रहा है ।
16 वर्षीया भेलवाड़ीह निवासी रानू साहू बताती है वह नही जानती थी की महावारी के दिनों में किस प्रकार साफ-सफाई रखना होता है । गृह भ्रमण के दौरान आंगनबाड़ी दीदी ने पूछा की आप महामारी के दिनों में स्वच्छता का कैसे ख्याल रखती हो ? उस समय मैं निरुत्तर हो गई । उसके बाद आंगनबाड़ी दीदी ने बताया कि नियमित रूप से सेनेटरी पैड को बदलते रहना आवश्यक है । अत्यधिक रक्तस्राव होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जानकारी ली जा सकती है । अपने से किसी भी प्रकार की घरेलू या चिकित्सकीय दवाई ना लें । जब तक आपको कोई स्त्री रोग विशेषज्ञ या डॉक्टर सलाह ना दे, तब तक किसी भी प्रकार की दवाई ना ले। नियमित रूप से स्नान और सफाई का ध्यान रखें । साथ ही उन्होंने स्वस्थ शरीर के लिए तिरंगा थाली कैसे बनाई जाएगी और उसे कैसे खाते हैं की भी जानकारी दी गई ।
आंगनबाड़ी पचेड़ा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गीता माण्डले ने बताया समुदाय में पोषण और स्वच्छता का संदेश देने के लिए ग्राम की किशोरी बालिकाओं द्वारा रंगोली बनाकर ‘’सही पोषण देश रोशन’’ का संदेश भी दिया गया जिसमें विशेष रूप से निशिता ऋषिका और आयुषी द्वारा बनाई गई रंगोलियों में ‘’बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’’ का संदेश भी दिया गया है । पोषण माह में स्वास्थ्य विभाग की मितानिन का सहयोग भी लिया जा रहा है । जिसके द्वारा शिशुवती माताओं और गर्भवती महिलाओं को पोषण और टीकाकरण के लिए जागरूक किया जा रहा है ।