बालकोनगर / वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने महावारी स्वास्थ्य प्रबंधन पर दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की। महिला एवं बाल विकास विभाग, छत्तीसगढ़ और सार्थक जन विकास संस्थान के सहयोग से राजीव गांधी ऑडोटिरियम में आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और महिला पर्यवेक्षकों को ऐसे लीडर्स के तौर पर विकसित करना था जिससे वे समुदाय में जाकर माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति बालिकाओं और महिलाओं को जागरूक कर सकें। प्रशिक्षण सत्र में कोरबा जिले के विभिन्न ब्लॉकों से 130 से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और महिला पर्यवेक्षकों ने भाग लिया।
दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रतिभागियों को माहवारी की जैविक प्रक्रिया और उसके महत्व, शारीरिक परिवर्तनों, हार्मोन संबंधी बदलावों, इससे जुड़े सामाजिक कलंक, मासिक धर्म से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं और उपचार और मासिक धर्म के दौरान पालन किए जाने वाले पोषण आहार शामिल थे। प्रतिभागियों को मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में किशोर लड़कियों को और अधिक संवेदनशील बनाने के बारे में भी प्रशिक्षित किया गया। सत्र के दौरान, प्रतिभागियों ने किशोर लड़कियों को उनके लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करने के लिए एक रणनीति तैयार की।
महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एम.डी. नायक ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और महिला पर्यवेक्षकों से इस विषय पर समुदाय के सदस्यों को इस महत्वपूर्ण विषय पर और अधिक संवेदनशील बनाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि यह एक चुनौतीपूर्ण अभियान है जिसमें अब बड़ी संख्या में महिलाएं आगे बढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं। मुझे विश्वास है कि हमारे प्रयासों से इस क्षेत्र में महिलाओं के स्वास्थ्य के स्तर में सुधार होगा। महावारी स्वास्थ्य प्रबंधन पर समर्पित कार्यशाला बालको के सराहनीय प्रयास से सफल रहा।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने सामाजिक चेतना की दृष्टि से महत्वपूर्ण आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के जरिए जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करने के लिए कटिबद्ध है। महिलाओं के स्वास्थ्य पर केंद्रित ‘नई किरण’ परियोजना बालको और जिला प्रशासन का महत्वपूर्ण कदम है। महिलाओं से जुड़े अत्यंत संवेदनशील विषय पर गोष्ठियों और कार्यशालाओं के माध्यम से जागरूकता का संचार कर हम अपनी बेटियों को सुरक्षित बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यशालाओं का मुख्य उद्देश्य मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन को एक विषय के रूप में मुख्यधारा में लाना है जिससे इस मुद्दे के प्रति एक बेहतर और स्थायी दृष्टिकोण की ओर अग्रसर हो सके। हमें विश्वास है कि जिला प्रशासन के सहयोग से हमारे समर्पित प्रयास वास्तव में स्थानीय समुदायों के जीवन में बदलाव लाएंगे।
कार्यशाला की महिला पर्यवेक्षक कीर्ति जैन ने बताया कि माहवारी स्वच्छता और स्वास्थ्य प्रबंधन के नजरिए से अनेक नई बातें सीखने को मिलीं। माहवारी संबंधी अनेक भ्रांतियां दूर हुईं। इससे महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने में मदद मिलेगी। प्रशिक्षण के बाद महिलाएं इस विषय पर खुलकर चर्चा कर सकने में सक्षम हुई हैं। कार्यशाला के विशेषज्ञ श्री ओम प्रकाश ने बताया कि माहवारी स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण से महिलाओं तक सही जानकारी पहुंचाने में मदद मिलती है।
बालको ने वर्ष 2019 से सार्थक जन विकास संस्थान के सहयोग ‘नई किरण’ परियोजना की शुरूआत की। अबतक कोरबा जिले के 45 गांव इस अभियान में शामिल हो चुके हैं। 2022 में अबतक लगभग 33,400 महिलाओं, पुरुषों एवं किशोरी बालक और बालिकाओं को नुक्कड़ नाटक, जागरूकता अभियान द्वारा संवेदनशील बनाया गया है। इस परियोजना ने लगभग 60 किशोर लड़कियों के समूह, 60 महिला स्वयं सहायता समूहों और 60 फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के साथ क्षमता निर्माण और नेतृत्व सत्र शुरू किया है। उन्हें ऐसे लीडर्स के तौर पर विकसित किया गया है जिससे वे समुदाय में जाकर माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति बालिकाओं और महिलाओं को जागरूकता फैलाने में अग्रणी हो।