रायपुर / शत प्रतिशत टीकाकरण को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने 2 मई से घर-घर टीकाकरण करने के उद्देश्य से विशेष सत्र चलाने का निर्णय लिया गया है । इसके तहत 12 से 14 आयु वर्ग के लोगों का शत प्रतिशत टीकाकरण करते हुए कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करना है ।
विशेष टीकाकरण अभियान की जानकारी देते हुए रायपुर के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.आशीष वर्मा ने बताया: “जिले में 26 अप्रैल तक 12 से 14 आयु वर्ग में टीकाकरण लक्ष्य की तुलना में 68% किया गया है। इसलिए जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मीरा बघेल ने बैठक कर इस बारे में निर्णय लिया है, जिले में कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम अंतर्गत 12 से 14 वर्ष तक के आयु समूह के बच्चों का घर घर भ्रमण कर कोविड-19 टीकाकरण करने के संबंध में टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया। कोविड-19 टीकाकरण अंतर्गत 12 से 14 वर्ष तक के आयु समूह के बच्चों का टीकाकरण 16 मार्च 2022 से शुरू किया गया था । जिला में 12 से 14 वर्ष तक के आयु समूह के हितग्राहियों का कोविड-19 टीकाकरण कराया जाना आवश्यक है । स्कूल में कोविड-19 टीकाकरण कैंप लगाकर किया जा रहा था । 24 अप्रैल से स्कूल में ग्रीष्मकालीन छुट्टियां प्रारंभ हो चुकी है, इसलिए प्रतिदिन घर घर जा कर कोविड-19 टीकाकरण करने का निर्णय लिया है। साथ ही अन्य वैक्सीन वाले पात्र हितग्राहियों का भी टीकाकरण किया जाएगा।“
तीव्र गर्मी को देखते हुए जिले में 2 मई से चलाया जाने वाला विशेष टीकाकरण सत्र सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक चलाया जाएगा। इसमें टीम घर घर जाकर टीकाकरण के साथ-साथ लोगों में टीकाकरण के प्रति बैठी नकारात्मक सोच और भ्रांतियों को भी दूर किया जाएगा । जिसके लिए विभाग द्वारा समन्वय बैठक की गई है। जिसमें जिला के गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) का भी सहयोग लिया जाएगा । सीएमएचओ कार्यालय में हुए मीटिंग में यूनिसेफ, अजीज प्रेम जी, वर्ल्ड विजन, हेल्प एज इंडिया, टीसीआई फाउंडेशन ने अपना सहयोग देने को कहा है ।
क्यों जरूरी है कोविड-19 का टीकाकरण
टीकाकरण हमारे शरीर में कोविड-19 के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करने में मदद करता है। टीकाकरण हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा देता है और शरीर में एंटीबॉडी विकसित करता है। विशेषज्ञों का मानना है टीकाकरण कोरोना वायरस के सभी वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं।
एहतियात क्या करना है