भारत वर्ष में, 1 मई 1923 से अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जाता है
1 मई 1886 से, अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाने की, पहल हुई, जो, उस घटना पर, आधारित है, जिसमें, अमेरिका के, श्रमिक संगठनों ने, श्रमिकों के, कार्य अवधि को, आठ घंटे,…
रोहित का रोहित होना ही पर्याप्त था
रोहित सारदाना नहीं रहे,ये खबर वज्रपात जैसी थी.मुझे क्या शायद किसी को भी यकीन नहीं हुआ होगा रोहित के इस तरह अचानक रवानगी डालने का .अभी रोहित की जाने की…