राहुल जी! यह जो “दीपक छत्तीसगढ़ में जल” रहा है उसकी “ज्योति” से देश को दमकना है…
सुरेशचंद्र रोहरा
अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और एक तरह से कहा जाए तो आज के सर्वमान्य नेता राहुल गांधी छत्तीसगढ़ आगमन एक ऐसे संक्रमण काल में हो रहा है जब कांग्रेस पार्टी से देश को बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं। कांग्रेस के लिए छत्तीसगढ़ एक अंधेरे में रोशनी की तरह “दीया” है जहां उजाला फैला हुआ है।
छत्तीसगढ़ की आवाम ने कांग्रेस पार्टी को छत्तीसगढ़ में विगत विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत के साथ सत्ता सौंपी है जब चारों तरफ के सामने पराजय और पराजय है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में अपने पूर्वजों की अच्छे कर्मों का फल आज कांग्रेस उपभोग कर रही है। कॉन्ग्रेस का मतलब होता है पंडित जवाहरलाल नेहरू, मोहनदास करमचंद गांधी, श्रीमती इंदिरा गांधी और अपने समय के श्रेष्ठतम,महानतम प्रधानमंत्री राजीव गांधी। अगर यह कहा जाए कि छत्तीसगढ़, कांग्रेस पार्टी का एक तरह से “गढ़” है तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। क्योंकि यहां की सीधी साधी भोली भाली जनता महात्मा गांधी से लेकर के राजीव गांधी तक बड़ी गहराई से जुड़ी हुई है यहां की जनता मूल रूप से एक तरह से गांधीवादी विचारधारा को मानती समझती है।
यही कारण है कि जब विधानसभा चुनाव हुए तो कांग्रेस को भारी बहुमत यहां प्राप्त हुआ। और अगर कांग्रेस कमजोर होती है तो उसका सीधा सा कारण है कागज पार्टी के नेताओं की आपसी समन्वय में खामियां।
वर्तमान में मुख्यमंत्री के रूप में भूपेश बघेल ने कुछ ऐसा सशक्त कार्य करना प्रारंभ किया है जो आने वाले समय में रेखांकित किया जाएगा। जिसमें सबसे ऊपर है छत्तीसगढ़ के किसानों की कर्ज माफी और धान प्रति कुंटल 25 सौ रुपए की कीमत।
भूपेश बघेल का यह निर्णय ऐतिहासिक है और जमीन से जुड़ा हुआ है।
एक किसान पुत्र के रूप में भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की जनता की नब्ज को समझते हैं उसी के अनुरूप उन्होंने कांग्रेस पार्टी को एक दिशा देने का काम शुरू किया है जिसका विश्लेषण बहुत कम हो पाता है।क्योंकि आज के नेता हो या कलमकार आम जनमानस से बहुत दूर है अतः भीतर की थापा पाना उनके लिए असंभव है।
जहां तलक भूपेश बघेल के नरवा , गरवा, घुरुवा और बाड़ी का सवाल है छत्तीसगढ़ की पूरी सरकार और प्रशासन इसे दिशा देने में लगा हुआ है लगभग 3 वर्ष होने को आए यह काम अपनी गति से आगे बढ़ रहा है मगर इसकी समीक्षा नहीं हो पा रही है और काम को जिस तरह धरातल पर होना चाहिए उसमें भी बेहद कमी दिखाई देती है यह बात हम इसलिए बड़ी जिम्मेदारी के साथ कह रहे हैं क्योंकि छत्तीसगढ़ की जमीनी हकीकत को बताना हमारा कर्तव्य है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि भूपेश बघेल हर मोर्चे पर भाजपा को चाहे उत्तर प्रदेश हो या देश की राजनीति, हर जगह सीधे दांव दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी को यह भी विश्लेषण करना होगा कि आखिर दूसरे बड़े नेता ऐसा क्यों नहीं कर पा रहे हैं उनमें यह हौसला क्यों नहीं है, जैसा देश भूपेश बघेल में देख रहा है। हम नीचे इस पर और भी खुल कर बात करेंगे और यह बताना चाहेंगे कि भूपेश बघेल अदम्य साहस अत्यंत महत्वपूर्ण है जिसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
राहुल गांधी से दो टूक हम यहीं कहना करना चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी का यह जो दीपक छत्तीसगढ़ में चल रहा है उसकी ज्योति से देश को दमकना है। इस ज्योति को अलग-अलग राज्यों में फैलाना है तो आपको आगे बढ़ करके आम लोगों से मिलना जुलना होगा उनसे संवाद करना चाहिए। कोई भी आपका दूसरा माध्यम, चाहें वो सत्ता पक्ष हो या संगठन बीच में नहीं होना चाहिए।
सिर्फ आप और किसान आप और मजदूर। तब राहुल गांधी जी आप देखेंगे कि आपको जो जानकारी मिल रही है वह आपको कितना मजबूत बनाएगी।
यह आलेख भूपेश बघेल के अमर ज्योति अभियान की चर्चा किए बिना पूरा नहीं हो सकता। दरअसल, छत्तीसगढ़ में अमर जवान ज्योति का प्रज्वलन नरेंद्र दामोदरदास मोदी सरकार की पूरी कलाई को खोलकर रखने वाला है।
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