भिलाई नगर । शंकराचार्य जुनवानी स्थित जिला कोविड-19 अस्पताल में आज कोरोना पीडि़त मरीजों की मौत के बाद दो शव को लापरवाहीपूर्वक अदला-बदली कर दी गई। अंतिम संस्कार के पूर्व खुलासा होने पर आज दोपहर को अस्पताल में दोनों ही पक्षों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया गया। इसके बाद सीएमएचओ द्वारा जिम्मेदार कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
वार्ड 20 तितुरडीह निवासी दशरथ मारकंडे का निधन जिला कोविड-19 अस्पताल में कल रात को हुआ था। आज सुबह सभी औपचारिकता पूर्ण करने के पश्चात दशरथ मारकंडे के शव को आज सुबह परिजनों को अस्पताल प्रबंधन द्वारा सौंप दिया गया। जिस पर परिजन अपने पिता के शव को लेकर शिवनाथ नदी तट पर स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के पहुंचे।
अंतिम संस्कार के पूर्व परिजनों के द्वारा एक बार चेहरा देखा गया, तब खुलासा हुआ कि जिस शव को वे लोग प्रबंधन के कहे अनुसार पिता दशरथ मारकंडे का समझ कर अंतिम संस्कार करने जा रहे हैं वह किसी और का है। तब परिजनों के द्वारा आनन-फानन में शव को लेकर अस्पताल पहुंचे और हंगामा शुरू किया गया। तब तक एक अन्य मृतक विजय मुखर्जी का परिवार भी अपने पिता के शव को लेने के लिए पहुंच चुका था।
इस हंगामे के बीच स्पष्ट हुआ कि दशरथ मारकंडे के परिजनों को सौंपा गया शव मृतक विजय मुखर्जी (57 वर्ष) सडक़ 74 सेक्टर 6 निवासी का है। इसका खुलासा होने पर दोनों ही पक्षों के परिजनों के द्वारा प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। स्मृति नगर पुलिस द्वारा पहुंचकर हस्तक्षेप करते हुए मामले को शांत किया गया।
इस संबंध में जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि इस पूरे मामले के लिए दोषी चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है।