कोरबा । भाजपा नेता देवेन्द्र पांडेय और पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर के पुत्र संदीप कंवर के बीच हुए विवाद में रामपुर चौकी को बलि का बकरा बनना पड़ा है। शुक्रवार को पूर्व गृह मंत्री ने रामपुर पुलिस पर बंधक बनाने की धारा को हटाने का आरोप लगाया था। कट्टर आदिवासी नेता के हुंकार के बाद रामपुर पुलिस ने धारा को लिपिकीय त्रुटि मनाते हुए जोड़ दिया है। उसके बाद उसे बतौर सजा लाइन अटैच भी कर दिया है।उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर अपनी बेबाकी के कारण अन्य राज नेताओ से अलग कहे जाते है।पूर्ववर्ती सरकार में गृह मंत्री रहते अपने मंत्रालय पर बेबाकी पूर्वक रॉय रखकर सबको चौका देने वाले आदिवासी नेता के पुत्र 4 पर कोरबा पुलिस द्वेष पूर्ण करवाई करने की बात कही थी। रामपुर विधायक ननकी राम कंवर ने अपने पुत्र संदीप कंवर के साथ देवेंद्र पांडे व उसके पुत्र शिवम पांडे के द्वारा बंधक बनाकर मारपीट किए जाने की घटना के बाद रामपुर पुलिस पर धारा हटाने का आरोप लगाया था ।
उन्होंने कहा कि रामपुर पुलिस ने देवेंद्र पांडेय व शिवम पांडे की विरोध आईपीसी सेक्शन 342 294 506 323 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था। जबकि ऑनलाइन एफआईआर अपलोड करते समय पुलिस बड़ी चालाकी से या यूं कहें देवेंद्र पाण्डे के दबाव में 342 धारा हटाने की बात कही थी । उन्होंने कोरबा पुलिस पर सवाल दागते हुए कहा कि हाथ जोडकर माफी मांगने वाला किसी को मारेगा क्या? अगर मारता तो फिर माफी क्यों मांगता? इस तरह की कई सवाल पूछते हुए रामपुर पुलिस पर द्वेषपूर्ण करवाई करने का आरोप लगाया था। बहरहाल ननकी राम के एक हुंकार से आईपीसी की धारा 342 को भी पुनः जोड़ते हुए रामपुर चौकी प्रभारी को हटा दिया है